जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (jnu) की कुलपति शांतिश्री धूलिपुड़ी ने कहा कि जेएनयू पीएचडी छात्रों के लिए अपनी दाखिला नीति की अनूठी व्यवस्था डेप्रिवेशन प्वाइंट मॉडल को फिर से लागू करने की योजना बना रहा है।
विश्वविद्यालय ने दाखिला लेने के लिए पिछड़े क्षेत्रों से आने वाले छात्रों, विशेषकर महिलाओं की मदद करने के लिए ‘डेप्रिवेशन प्वाइंट मॉडल’ तैयार किया था। पूर्व कुलपति एम जगदीश कुमार के नेतृत्व में इस मॉडल के इस्तेमाल को कुछ साल पहले बंद कर दिया था। कई छात्र और शिक्षक इसे बहाल करने की मांग कर रहे हैं।
शांतिश्री ने कहा कि मैं एक आरक्षित वर्ग से आती हूं, मैं इसे लागू होते देखना चाहती हूं। खासकर आरक्षित वर्ग की महिलाओं के लिए। हम समावेशिता और समानता चाहते हैं।
News Source : livehindustan
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